Tuesday 26 September 2017

आइने मैं दिल देखो

एक बार आइने मैं चेहरा नहीं दिल देखो
चेरे के पसीने पर  रुमाल  फिरा  कर देखो
इसमें किसी और के पसीने की बू तो नहीं है
चालक आया पसीना मौसम का है घबराहट का तो नहीं है
एक बार आइने मैं चेहरा नहीं खुद कोदेखो 

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