Friday 29 March 2024

bachpan

 नहीं भूलता बचपन


नही भूल पाता वो प्यारा सा बचपन

न्यारा सा बचपन हमारा वो बचपन

नही भूल पाता नन्हा सा बचपन

सदा याद रहता हमको वो बचपन

मिट्टी के अनगढ़ खिलौने बनाना

कॉपी के पन्नों से नावें बनाना

छोटी सी गुड़िया को दुल्हन बनाना

सहेली के गुड्डे से शादी रचाना

दीदी की चुन्नी को साड़ी बनाना

आंॅगन मंे कागज की तुरही बजाना

विदा करके गुड़िया को रोना रुलाना

जिद करके वापस वो गुड़िया को लाना

चिपका के छाती से उसको लगाना

वो हॅंसना वो रोना वो मांॅ का मनाना

बाबू की गोदी मे सोना सुलाना

दादी की बंॉहों का झूला बनाना

चीनी खटाई को चुपके से खाना

छत की मुंडेरांे पर कुदकी लगाना

डर कर के अम्मा का छाती लगाना

वो छिप्पन छिपाई पतंगें उड़ाना

नही लौट सकता हमारा वो बचपन

नही आयेगा  फिर से प्यारा वो बचपन

बच्चांें के बचपन में देखेंगे बचपन

अनोखा वो बचपन प्यारा सा बचपन

बचपन की नन्ही सी यादें है जीवन 

खट्टी सी मीठी सी यादेां की सीवन

तितली सी मंडराती फिरती वो यादें 

आंॅखों में  रहती हैं सपनीली यादें ।



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